कांवड़ यात्राः हरिद्वार में अबतक एसडीआरएफ ने 40 कांवड़ियों की बचाई जान! जाबांज तैराक आशिक अली ने जीता दिल

हरिद्वार। कांवड़ यात्रा जारी है। इस दौरान हरिद्वार में भारी मात्रा में कांवड़िए पहुंच रहे हैं, जिसको लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं का खास ध्यान रखा जा रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पल-पल की अपड़ेट ले रहे हैं। इस दौरान पुलिस और एसडीआरएफ समेत अन्य सुरक्षा बलों के जवान जगह-जगह तैनात किए गए हैं। कांवड़िए गंगा नदी में आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में नदी का बहाव तेज है। ऐसे में किसी अनहोनी से बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवान घाट पर डटे हुए हैं। उन्हीं में से एक जाबांज तैराक आशिक अली अबतक 40 कांवड़ियों को नई जिंदगी दे चुके हैं। सावन के इस मौके पर कावड़ियों की भीड़ हरिद्वार की गंगा नदी में जमकर उमड़ रही है। वहीं दूसरी तरफ गंगा के घाट पर कावड़ियों के डूबने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन उत्तराखंड एसडीआरएफ के जवानों की मुस्तैदी की वजह से गंगा घाट पर बहने वाले कावड़ियों को बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवानों ने रात दिन एक कर दिया है। बता दें कि हरिद्वार में कावड़ियों की आवाजाही और उनकी सुरक्षा को लेकर 20 जुलाई से एसडीआरएफ की पूरी टीम तैनात की गई। जिसे सब इंस्पेक्टर पंकज खरोला लीड के रहे हैं। उनके साथ आशिक अली, जितेंद्र सिंह, प्रदीप रावत, अनिल कोठियाल, सुरेंद्र लक्ष्मण, संदीप, रजत और शिवम सिंह हर पल गंगा घाट के अलग-अलग किनारों में आंखे जमाएं अलर्ट रहते हैं।