नैनीतालः डीएसए मैदान में वाहन खड़े करने का मामला! जिला प्रशासन ने दी चेतावनी, पढ़ें क्या है पूरा मामला
नैनीताल में सफाई अभियान के लिए इनदिनों आए निरंकारियों की गाड़ियों को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ डीएसए मैदान में खड़े करने पर जिला प्रशासन ने तत्काल गाड़ियां हटाने या मुकदमा झेलने की चेतावनी दी है। वहीं सफाई अभियान चलाने वाले निरंकारियों ने इस आदेश की जानकारी नहीं है, होने की बात कही और गाड़ियां निर्धारित पार्किंग की तरफ भेजने को कहा है।
नैनीताल में पिछले छह वर्षों की भांति इस वर्ष भी दिल्ली की संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सदस्य सफाई के लिए शहर में जुटे हुए है। देशभर के कई राज्यों से हज़ारों की तादात में लोग सफाई के लिए नैनीताल पहुंचे थे। इनमें से कई लोग अपने वाहनों से नैनीताल पहुंचे, जिन्होंने एक के पीछे एक अपने वाहन को डी.एस.ए.फ्लैट्स मैदान में लगा दिया। डीएसए मैदान में लगी गाड़ियां हाईकोर्ट की एक डबल बेंच के आदेशों का उल्लघन कर रही थी जिसमें हाईकोर्ट ने डीएसए खेल मैदान में गाड़ियों की पार्किंग पर प्रतिबंध लगाया था।बीते रोज रविवार से यहां प्रतिष्ठित ट्रेड्स कप हाकी प्रतियोगिता शुरू हो गई है। ऐसे में 150 से अधिक गाड़ियां खड़ी होने से हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना की जा रही थी।
इसकी सूचना मिलते ही कार्यवाहक एसडीएम पारितोष वर्मा, एसपी जगदीश चन्द्र, सीओ सिटी विभा दीक्षित, कोतवाल धर्मवीर सोलंकी मौके पर पहुंच गए और आयोजकों को बुला लिया। एसडीएम ने साफ शब्दों में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के क्षेत्रीय संचालक को गाड़ियां हटाने के आदेश दिये हैं। उन्होंने ऐसा नहीं करने पर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही। बिना अनुमति के कराए गए कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने आयोजकों को कड़ी चेतावनी दी है।
क्षेत्रीय संचालक दीपक ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्हें न्यायालय के आदेश की जानकारी नहीं थी और उन्होंने फाउंडेशन से जुड़े वाहन स्वामियों को स्पीकर माइक के माध्यम से गाड़ियां निर्धारित पार्किंग्स में ही लगाने को कह दिया है।