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नैनीताल/रामनगर:ये दिव्यांग स्कूल नही बल्कि दिव्यांग बच्चों पर हैवानियत करने वाला स्कूल है!ज़्यादातर बच्चों के शरीर पर चोटों के निशान,जिस बच्चे ने किया स्कूल में होने वाले अमानवीय व्यवहार का खुलासा उसी बच्चे का फट गया सिर?

  • Kanchan Verma
  • August 18, 2022
Nainital/Ramnagar: This is not a disabled school, but a school that is cruel to children with disabilities! Most of the children have marks of injuries on their bodies, the child who exposed the inhuman behavior in the school, the head of the same child exploded?

एक तरफ सरकारें विकलांग और दिव्यांग बच्चों के लिए समय-समय पर विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारती हैं और ऐसे बच्चों को बेहतर शिक्षा देने उनकी सुरक्षा के दावे करती है वहीं दूसरी तरफ धरातल पर हकीकत कुछ और सामने आती है। दिव्यांग और विकलांग बच्चों के साथ आज भी कई जगहों पर न केवल भेदभाव होता है बल्कि उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है। ताजा मामला रामनगर के यूएसआर हिन्दू समिति दिव्यांग स्कूल से सामने आया हैं। यहां बच्चों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। मामला प्रशासनिक स्तर से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक पहुंच चुका है, हांलाकि अभी तक प्रशासनिक स्तर पर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दरअसल हल्द्वानी, काटगोदाम निवासी चंदन सिंह और हल्द्वानी की रहने वाली हेमा परगाई ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है कि उन्होंने अपने बच्चों को रामनगर स्थित यूएसआर हिन्दू समिति दिव्यांग स्कूल में भेजा था, और जब रक्षाबंधन पर उनके परिजन बच्चों से मिलने गए तो बच्चों के शरीर पर चोट के निशान थे। चंदन सिंह ने बताया कि उनकी बेटी महिमा गौरा के कपड़े बदलते समय उसके शरीर पर चोटों के निशान मिले, जिसके बाद वह अपनी बच्ची को वापस ले आए। उन्होंने ये भी बताया कि वहाँ ज़्यादातर बच्चों के साथ मारपिटाई की जाती है उन्होंने एक महीने पहले ही अपनी बच्ची को वहां एडमिशन दिलवाया था और 6 हज़ार से ज्यादा पैसे स्कूल में जमा किये थे साथ ही कुछ और पैसे उन्होंने कर्मचारियों को दिए थे ताकि उनकी बच्ची की देखभाल में कोई कमी न आये,लेकिन रक्षाबंधन पर उन्होंने जब अपनी बेटी के शरीर पर चोटो के निशान देखे तो उन्होंने तुरंत बेटी को स्कूल से ही निकाल लिया। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि स्कूल से जब सीसीटीवी फुटेज मांगी गई तो सारी रेकॉर्डिंग पहले ही डिलीट कर दी गयी थी। 


वहीं हेमा परगाई का कहना है कि उनके बेटे हर्षित के साथ बहुत मारपीट की गई है, जिसपर उन्होंने बेटे का मेडिकल भी कराया है। हेमा परगाई के अनुसार उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र लिखने के साथ ही सीएम हेल्पलाइन पोर्टल,कमिश्नर को मेल कर मामले को उठाया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 

उन्होंने बताया कि स्कूल में जो बच्चा स्कूल में बच्चों के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार के बारे में बता रहा था उसी बच्चे का उसी दिन शाम को सिर फट गया ये भी जांच का विषय है।


उधर इस मामले में अब समाजसेवी हेमंत गोनिया भी आगे आए हैं। उन्होंने मामले को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजने के साथ ही सीएम हेल्पलाइन पर भी लिखित शिकायत दर्ज कराई है। यही नहीं उन्होंने पर्यटन रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को भी मामले से अवगत कराते हुए दिव्यांग बच्चों को न्याय दिलाने और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग  की है जिन्होंने बच्चों के साथ मारपीट की है।

 


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