रेल हादसाः एक आवाज और लग गया लाशों का अंबार! अबतक 280 लोगों की मौत, सेना और एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। खबरों की मानें तो अबतक 280 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, हादसे के बाद बचाव और राहत का कार्य जारी है। रेल मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। हादसे की वजह से कई ट्रेनें आज कैंसिल हो गई हैं। देश ही नहीं विदेशी राष्ट्र प्रमुखों ने भी इस दर्दनाक रेल हादसे पर दुख जताते हुए अपनी संवदेनाएं व्यक्त की हैं। इधर सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आज बालासोर पहुंच सकते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एक जोर की आवाज आई और उसके बाद हर तरफ लाशों का अंबार लग गया। चीख-पुकार के बीच मौके पर अफरा-तफरी मच गयी। आनन-फानन में स्थानीय लोग और पुलिस महकमा मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू में जुट गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करते हुए कहा कि डॉक्टरों की दो टीमें एम्स भुवनेश्वर से दुर्घटना स्थल बालासोर और कटक के लिए भेजा गई हैं। हम लोगों का अनमोल जीवन बचाने के लिए सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं। इधर भारतीय वायुसेना द्वारा राहत और बचाव कार्यों के लिए 02 एमआई.17 हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है। जमीनी स्तर पर रेलवे अधिकारियों के तालमेल के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। इसके अलावा कई अतिरिक्त बसों और ट्रेन कोचों का भी इंतजाम किया गया है और फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य की तरफ रवाना किया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ट्रेन हादसे के बाद पल.पल की जानकारी ले रहे हैं। पीएम ने इस रेल हादसे की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है। वहीं दो केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान घटनास्थल पर पहुंचकर हालातों का जायजा ले रहे हैं।
दुर्घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है। हादसे की कई दर्दनाक तस्वीरें आ रही हैंबालासोर में एक के बाद एक तीन ट्रेनों की टक्कर इतनी भयानक और भीषण है जिसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है। टक्कर इतनी भयानक है कि रेल ट्रैक पर कई किलोमीटर पटरी गायब है। भीषण टक्कर के बाद पटरी टूटकर दूर जा गिरी है। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि टक्कर के बाद एक के बाद एक कई आवाजें आती रहीं। घटनास्थल पर पहुंची आजतक की टीम ने पाया कि ट्रेन की बोगियों से पहिये अलग हो चुके हैं। बोगियां अलग पिचकी पड़ी हैं। और ट्रेन के दोनों पहिये अलग हैं। टक्कर के बाद स्टील की बोगियां खिलौने जैसी पिचकी पड़ी हैं। इसके अंदर अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहतकर्मी गैस कटर से बोगी काट काटकर अलग कर रहे हैं और उसमें फंसे लोगों को निकाल रहे हैं। अंदर का दृश्य बेहद भयावह है, सेफ्टी अलार्म अभी भी बज रहे हैं। ट्रेन के अंदर लोगों के सामान बिखरे पड़े हैं।