श्रीकृष्ण जन्माष्टमी स्पेशल:हमने प्रेम में कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी!श्रीकृष्ण और राधा के रूप में इन नन्हे बच्चों ने मोह लिया सबका दिल
हिंदू पंचांग के अनुसार, कान्हा का जन्मोत्सव यानी कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी मथुरा और गोकुल में अलग अलग दिन मनाई जाती है क्योंकि श्रीकृष्ण रात्रि के समय पैदा तो मथुरा में हुए थे लेकिन गोकुलऔर वृंदावन में उन्होंने अपना पूरा बचपन बिताया। इसीलिए18 अगस्त को मथुरावासियों ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया तो आज गोकुलवासियों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर आज खासा उत्साह देखा जा रहा है.
मान्यता है कि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र में रात बारह बजे श्रीहरि ने माता देवकी के गर्भ से श्रीकृष्ण के रूप में आठवां अवतार लिया था. भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से भला कौन वाकिफ नहीं है. उनके नटखट, चंचल और हंसमुख स्वभाव के कारण ही उन्हें बाल गोपाल या नंद गोपाल कहा जाता है. हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व बताया जाता है, इसलिए कान्हा के जन्मोत्सव को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.
इस पर्व को सेलिब्रेट करने के लिए कई दिन पहले से ही तैयारियां की जाती हैं. इस पर्व को मनाने के लिए लोग अपने बच्चों को राधा और कृष्ण की तरह तैयार करते हैं.
इस अवसर पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। सोशल मीडिया में इनदिनों श्रीकृष्ण राधा का रूप रखने वाले बच्चों की प्यारी प्यारी फोटोज और वीडियो खूब शेयर की जा रही है।
और तस्वीरों में देखिए इन नन्हे मुन्ने कान्हा और राधा को।