समाजसेवियों ने किया 35 लावारिस लाशों का दाह संस्कार ।
कहते हैं जिनका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है, लेकिन यहां तो जिन्दा लोगों के अलावा मरे हुए लोगों का भी कोई नहीं निकला, जिसके बाद इन लावारिस शवों का जब कोई परिजन नहीं मिल पाया और ना ही इनकी शिनाख्त हो पाई, एसे में सामाजिक संगठनों ने आगे बढते हुए एसे शवों का दाह संस्कार पूरे रीति रिवाज के साथ किया, सामाजिक संगठनों ने पुलिस की मदद से पिछले सात माह में लगभग पैंतीस एसे शवों का दाह संस्कार किया है, जो लावारिश थे, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई और ना ही जिनके परिजन मिल पाये, ऐसे में पुलिस के सामने भी ऐसे शवों का संस्कार करना चुनौती था, जिसके लिए हल्द्वानी के विभिन्न संगठन आगे आये और शवों का विधिवत नियमानुसार संस्कार किया गया, जिसमें सामाजिक संगठन हल्द्वानी, मुक्ति धाम समिति हल्द्वानी, समाजसेवी संगठन मंडी, पुलिस चौकी हीरा नगर के सहयोग से चित्र शीला घाट टनकपुर रोड हल्द्वानी में समस्त शवों का दाह संस्कार किया गया।
सामाजिक संगठनों ने बताया कि हल्द्वानी अस्पताल में भी हाल ही एस महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जिसकी शिनाख्त के लिए की दिनों तक पुलिस जांच में जुटी रही लेकिन जब कोई भी पहचान शव की नहीं मिल पाई तो सामाजिक संगठनों की मदद से उक्त महिला के शव का भी दाह संस्कार कर दिया गया, जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने सामाजिक संस्था के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया, यही नहीं ये सामाजिक संस्थाएं अब तक एसे 35 शवों का दाह संस्कार कर चुकी है।