हल्द्वानी:युद्ध विरोधी प्रसिद्ध नाटक अंधा युग को पहली बार स्कूली छात्रों द्वारा निर्देशक संजय पंडित के निर्देशन में मंच पर किया गया प्रस्तुत!धर्मवीर भारती द्वारा लिखित नाटक महाभारत के अट्ठारवें दिन पर है आधारित
हिंदी के सुप्रसिद्ध नाटककार धर्मवीर भारती की अमर कृति नाटक अँधा युग जो कि द्वापर युग के महाभारत पर आधारित हैं,का सफल मंचन निर्देशक संजय पंडित के निर्देशन में पहली बार पाथफाइंडर स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा किया गया।
धर्मवीर भारती द्वारा लिखित नाटक अँधा युग एक युद्ध विरोधी नाटक है जिसका मक़सद लोगों में और पूरे विश्व में सिर्फ शान्ति, ख़ुशी और प्यार फैलाना है, और यह नाटक यह सन्देश भी देता हैं कि युद्ध में कभी किसी की जीत नहीं होती, कहीं न कहीं और किसी ना किसी तरीके से हार ही होती है, इसीलिए हमे युद्ध ना करके आपस में प्यार शान्ति और ख़ुशी बांटनी चाहिए। नाटक अँधा युग महाभारत के अठारवें दिन पर आधारित हैं। महाभारत के बाद के कुछ दृश्य इस नाटक में दिखाये गए हैं।
आज के नाटक अँधा युग की खास बात यह है कि इस नाटक के निर्देशक ने पहली बार बच्चों के साथ यह नाटक निर्देशित किया। इससे पहले अंधा युग नाटक मंझे हुए कलाकारों द्वारा ही मंच पर आयोजित होता आया है।
हल्द्वानी का पाथफाइंडर स्कूल पहला ऐसा स्कूल है जिसने धर्मवीर भारती की अमर कृति नाटक अँधा युग को अपने विद्यार्थियों के साथ पहली बार प्रस्तुत किया है।
नाटक के निर्देशक संजय पंडित (मास्टर ऑफ़ थिएटर आर्ट्स), अकादमी ऑफ़ थिएटर आर्ट्स मुंबई से हैं जो एक एक्टर, एक्टिंग कोच, डायरेक्टर और कास्टिंग डायरेक्टर है जिन्होंने पिछले एक महीने से इस नाटक को स्कूल के बच्चों के साथ तैयार किया है।