उत्तराखण्डः सर्पदंश से मौत का मामला! कुमाऊं कमिश्नर ने जताई चिंता, बोले- मजदूरों को वैकल्पिक आवास पर सभी सुविधाएं दें ठेकेदार

हल्द्वानी। बारिश के मौसम में सर्पदंश से मण्डल में पांच मजदूर व गरीब लोगों की मौतों का संज्ञान लेते हुए आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि जिन स्थलों पर भवन आदि के निर्माण कार्य किये जा रहे है उन स्थलों पर खुले में मजदूर ना रहे उन्हे वैकल्पिक आवास में बैड के साथ ही शौचालय की सभी सुविधाये सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा प्रदान की जाए। श्री रावत ने कहा कि कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों का स्वयं के पंजीकरण के साथ ही मजदूरों का पंजीकरण श्रम विभाग में कराना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि भविष्य किसी भी मजदूर की अप्रिय घटना होने पर सम्बन्धित मजदूर का पंजीकरण ना होने दशा में सम्बन्धित ठेकेदार की जिम्मेदारी तय करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि मण्डल के सभी श्रमिकों का पंजीकरण श्रम विभाग होना आवश्यक है इसके लिए सभी जिलाधिकारी मनीटरिंग करना सुनिश्चित करें। उन्होने सीएमओ को निर्देशित किया है कि सभी सीएचसी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एंटीवेनम इंजेक्शन होना अनिवार्य है तथा एंटीवेनम इंजेक्शन लगाने हेतु योग्य चिकित्सक की तैनाती भी करना सुनिश्चित करें। श्री रावत ने कहा कि सांप का काटना एक अप्रत्याशित घटना है, लेकिन कुछ सावधानियों का पालन करते हुए इसे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल में पैरों को ढंकने वाले जूते या हाई बूट आदि पहनें। घने जंगलों के भीतर जाने से बचे तथा कृषि भूमि मे सावधानी पूर्वक चलें। अपने आसपास के एरिया को साफ रखें। उन्होंने कहा कि सर्पदंश होने पर शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श लें।