उत्तराखण्डः मसूरी में थमे रिक्शा के पहिए! मांगों को लेकर धरने पर बैठे रिक्शा चालक, मजदूर संघ ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

मसूरी। मसूरी में रिक्शा चालकों द्वारा रिक्शे के पहिए जाम कर मजदूर संघ के आह्वान पर शहीद स्थल पर प्रदेश सरकार के खिलाफ तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मसूरी मजदूर संघ द्वारा अपनी तीन सूत्रीय मांगे जिसमें साइकिल रिक्शा को ई-रिक्शा में बदलने की, मसूरी शिफन कोर्ट के बेघर 84 परिवारों को आवास उपलब्ध कराये जाने और मसूरी अपर मालरोड पर एमडीडीए पार्किंग को दोबारा से मजदूर संघ को दिए जाने की मांग की गई है। इस मौके पर मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने रिक्शा चालकों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।
कहा कि 2 सितंबर को मसूरी गोली कांड के दिन भी सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा। मजदूर संघ के अध्यक्ष रणवीर चौहान, महामंत्री संजय टम्टा और मजदूर नेता मुलायम सिंह पहाड़ी ने कहा कि मसूरी में हाथ रिक्शा चालकों के उन्मूलन के तहत मजदूर संघ को मसूरी अपर मालरोड में एमडीडीए पार्किंग को बुजुर्ग शिक्क्षाा चालकों को अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिये दिया था, परंतु पूर्व पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी द्वारा षड्यंत्र के तहत बडे भ्रष्टाचार के तहत अनुज गुप्ता के खास लोगों के नाम पर पार्किंग कर दी गई है। वहीं राजस्व को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कई बार उक्त पार्किंग को वापस लिए जाने को लेकर सरकार और प्रशासन से मांग की, परंतु कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जिसको लेकर मजदूर संघ में काफी आक्रोश है। वहीं दूसरी मांग मसूरी में साइकिल रिक्शा को ई-रिक्शा में तब्दील किए जाने की है जिसको लेकर कंपनियों द्वारा टेस्ट भी किया जा चुके हैं परंतु नगर पालिका इस ओर भी ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि आज के नए युग में जहां सब कुछ बदल रहा है परंतु मसूरी के साइकिल रिक्शा को नहीं बदला जा रहा है। उन्होंने बताया कि मसूरी पुरूकुल रोपवे योजना के तहत शिफन कोर्ट से 84 परिवारों को बेघर कर दिया गया था।
जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी द्वारा 84 बेघर परिवारों के लिए आवास बनाए जाने को लेकर हंस फाउंडेशन से धन स्वीकृत कराया गया और लंढौर आईडीएच लक्ष्मण पुरी में मकान बनाए जाने को लेकर नींव रखी गई, परंतु दुर्भाग्यवश आज तक मकान बनाये जाने को लेकर एक ईंट नहीं रखी गई है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी तीनों मांगे जल्द पूरी नहीं की जाती तो मजदूर संघ इसको लेकर उग्र आंदोलन करेगा।