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बिहार के जोश के साथ बंगाल के लिए बीजेपी का ऐलान-ए-जंग, ममता बनर्जी को बड़ी चुनौती

  • Tapas Vishwas
  • November 17, 2025
With the spirit of Bihar, BJP declares war on Bengal, poses a major challenge to Mamata Banerjee

ममता बनर्जी के लिए खतरे के संकेत तो 2025 के शुरू में ही मिल गए थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीजेपी की नजर पश्चिम बंगाल पर टिकी हुई है। और, तैयारियों की शुरुआत भी दिल्ली चुनाव के बाद ही हो गई थी। बस, किसी बात का इंतजार था, तो बिहार चुनाव के नतीजों का। और, बीजेपी दफ्तर में जीत के जश्न के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ कर दिया कि बिहार के बाद अब बंगाल की ही बारी है। अव्वल तो बीजेपी के लिए दिल्ली जैसी चुनौतियां पश्चिम बंगाल में ही हैं, क्योंकि अब तक वो बंगाल में सत्ता हासिल नहीं कर सकी है। 

केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के 10 साल बाद बीजेपी को दिल्ली में सफलता मिल पाई, पश्चिम बंगाल में भी तभी प्रयास जारी हैं। 2019 के आम चुनाव में उम्मीद की एक किरण भी जगी थी, लेकिन 2021 में सारे उपाय करने के बाद भी बीजेपी 77 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। तब प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि बीजेपी की 100 सीटें भी नहीं आएंगी। बंगाल चुनाव 2021 में प्रशांत किशोर टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार हुआ करते थे। बंगाल चुनाव में तो प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी सही हुई, लेकिन बिहार चुनाव में वो चूक गए। इस बार प्रशांत किशोर ने जेडीयू के 25 सीटों पर सिमट जाने का दावा किया था. मालूम हुआ, नीतीश कुमार की जेडीयू को तो 85 सीटें मिल गई, लेकिन तेजस्वी यादव की आरजेडी 25 पर ऑलआउट हो गई। बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज पार्टी के साथ खुद भी चुनाव लड़ रहे थे। लेकिन, जीरो बैलेंस पर मन मसोस कर रह गए. पहले ही उपचुनाव में 10 फीसदी वोट हासिल करने वाले प्रशांत किशोर काफी पीछे रह गए। 

ममता बनर्जी के लिए खतरा तो दिल्ली चुनाव के रिजल्ट के साथ ही बढ़ गया था, बीजेपी के बिहार जीत लेने के बाद खतरे में इजाफा ही हुआ है - फिर भी सवाल ये है कि बीजेपी का दिल्ली और बिहार एक्सपेरिमेंट पश्चिम बंगाल में कितना कारगर हो पाएगा? दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि बीजेपी बिहार के बाद अब बंगाल में सरकार बनाएगी। बोले, गंगा बिहार से बंगाल तक बहती है। बिहार ने बंगाल में भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त किया है। बंगाल से भी 'जंगलराज' को हटाएंगे। मोदी ने कहा, मैं बंगाल के भाइयों और बहनों को भी बधाई देता हूं। अब आपके साथ मिलकर भाजपा पश्चिम बंगाल से भी जंगल राज को उखाड़ फेंकेगी। और, बताया कि बिहार की जीत ने केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, असम और पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर दी है। बिहार ने बंगाल में भाजपा की जीत का मार्ग भी प्रशस्त किया है। मतलब, अब बंगाल में भी बीजेपी के कैंपेन में जंगलराज गूंजेगा। पिछले चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए ममता बनर्जी को कठघरे में खड़ा कर दिया था, लेकिन ममता बनर्जी ने तमाम पैंतरे अपनाते हुए बीजेपी को आगे बढ़ने से रोक दिया था। 

बीजेपी अपने अलग अलग प्लान के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी अभी से लोगों को सिंगूर विवाद की याद दिलाने लगे हैं। शुभेंदु अधिकारी लोगों से वादा कर रहे हैं कि बीजेपी सत्ता में आने पर टाटा ग्रुप को वापस बंगाल लाया जाएगा। बिहार चुनाव में मुद्दा बने पलायन को शुभेंदु अधिकारी बंगाल में भी आजमाने की कोशिश में लग रहे हैं। लगता है बीजेपी का इरादा तृणमूल कांग्रेस को पलायन और रोजगार के मुद्दे पर घेरने का है। लेकिन, तैयार तो ममता बनर्जी भी लगती हैं. कभी ममता बनर्जी के बेहद करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी को बीजेपी ने पिछले चुनाव से पहले अपने पाले में मिला लिया था। हालात ये बन गए कि ममता बनर्जी को शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव मैदान में भी उतरना पड़ा, और हार का मुंह भी देखना पड़ा था। दूसरे राज्यों से बंगाल के लोगों को वापस बुलाने के लिए ममता बनर्जी तो पहले से ही भाषा आंदोलन चला रही है। प्रवासी मजदूरों से ममता बनर्जी कह चुकी हैं कि वे पश्चिम बंगाल लौट आएं, और सरकार उनके लिए जरूरी इंतजाम करेगी। अगर लौटने में भी कोई असुविधा होती है, तो राज्य सरकार मदद के लिए तैयार है। 
 


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