दिल दहला देने वाली वारदातः बांग्लादेश में हिंदू युवक की निर्मम हत्या! भीड़ ने दो घंटे तक शव के साथ किया तांडव, मनाया जश्न और लाश पर लगा दी आग
नई दिल्ली। बांग्लादेश से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, यहां मैमनसिंह जिले के भालुका में गुरुवार देर रात एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की उग्र भीड़ ने पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी। यह घटना पायनियर निटवेयर्स फैक्ट्री के सामने हुई। बताया जाता है कि मिल मजदूर दीपू पर पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था। इस घटना को जिसने भी देखा और सुना वो दहशत में आ गया। बताया जाता है कि आक्रोशित भीड़ ने मृतक के शव को सड़क पर घसीटा और ढाका-मैमनसिंह हाईवे जाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शव को रोड डिवाइडर पर लटकाकर करीब दो घंटे तक जश्न मनाया और फिर उसमें आग लगा दी। पुलिस और सेना ने आखिरकार स्थिति पर नियंत्रण पाकर शव को कब्जे में लिया।
खबरों के मुताबिक दीपू चंद्र दास फैक्ट्री के लिंकिंग सेक्शन में काम करता था। शाम को काम के दौरान उसने अपने एक साथी से पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की। यह खबर तेजी से फैक्ट्री के बाहर फैल गई। देखते ही देखते मिल के गेट पर 1,500 से 2,000 लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ जबरन फैक्ट्री के अंदर घुसने की कोशिश करने लगी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और फैक्ट्री कर्मचारियों के बीच काफी तीखी बहस और गुस्सा देखा गया। गुस्साई भीड़ ने फैक्ट्री का गेट तोड़ दिया और अंदर मौजूद दीपू को बाहर खींच लिया। भीड़ ने उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। भीड़ के हिंसक हमले की वजह से दीपू चंद्र दास की मौके पर ही मौत हो गई। स्थिति इतनी अनियंत्रित हो गई थी कि सुरक्षा बल तुरंत कार्रवाई नहीं कर पाए। हत्या के बाद मृतक के शव को नग्न अवस्था में घसीटते हुए ढाका-मैमनसिंह हाईवे को पूरी तरह बंद कर दिया। भीड़ ने शव को सड़क के बीच लगे डिवाइडर के पेड़ से लटका दिया। वहां मौजूद हजारों लोगों ने करीब दो घंटे तक जुलूस निकाला और जश्न मनाया। रात करीब 11ः15 बजे प्रदर्शनकारियों ने लटके हुए शव पर मिट्टी का तेल छिड़का और उसे आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद हर कोई दहशत में है। हांलाकि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को मैमनसिंह में एक हिंदू व्यक्ति की लिंचिंग की कड़ी निंदा की, और ज़ोर देकर कहा कि जिसे उसने ‘नया बांग्लादेश’ बताया, उसमें सांप्रदायिक नफरत या भीड़ हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। कहा कि इस क्रूर हत्या में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।