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हरियाणा में धरोहर संरक्षण का नया अध्याय: 95 करोड़ से 20 ऐतिहासिक स्थलों का होगा जीर्णोद्धार, नारनौल बनेगा ‘विरासत नगरी’

  • Tapas Vishwas
  • September 18, 2025
A new chapter in heritage conservation in Haryana: 20 historical sites to be renovated with Rs 95 crore, Narnaul to become a 'heritage city'

चंडीगढ़, 18 सितंबर। हरियाणा की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित कर उन्हें पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सहकारिता, विरासत और पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प “अपनी धरोहर, अपनी पहचान” को हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सिद्धि तक पहुंचाया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के केंद्र और राज्य संरक्षित ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कर उन्हें देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा। डॉ. शर्मा ने आज नारनौल में 20 राज्य संरक्षित धरोहरों के 95 करोड़ रुपये की जीर्णोद्धार परियोजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि नारनौल की बावड़ियों, मकबरों और महलों को देखते हुए इसे ‘विरासत नगरी’ घोषित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की धरती बावड़ियों, किलों, महलों, मंदिरों और हवेलियों के रूप में गौरवशाली इतिहास की गवाह रही है। ये स्मारक केवल पत्थर की इमारतें नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और पहचान के प्रतीक हैं। पहली बार इतनी बड़ी राशि राज्य संरक्षित स्थलों के संरक्षण पर खर्च की जा रही है। यह कदम अतीत के सम्मान, वर्तमान की जिम्मेदारी और भविष्य की पीढ़ियों के लिए अवसर का प्रतीक होगा।

परियोजना के अंतर्गत महेंद्रगढ़ के नारनौल क्षेत्र पर लगभग 47 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिनमें मिर्जा अली जान की बावड़ी, फोर्ट इस्लामपुर, छत्ता राय बालमुकुंद दास, चोर गुंबद, शोभा सरोवर, त्रिपोलिया गेटवे, पीर तुर्कमान और मुकुंदपुरा बावड़ी शामिल हैं। इसके अलावा, कैथल की भाई की बावली, जींद का किला जफरगढ़, सफीदों किला, भिवानी का तोशाम किला, गुरुग्राम के सोहना का लाल गुंबद और बादशाहपुर बावली, फरीदाबाद की रानी की छतरी, नूंह का डेहरा मंदिर और तावड़ू का गुंबद परिसर, फरुखनगर का शीशमहल तथा पलवल का केसुरिया खेड़ा भी जीर्णोद्धार सूची में शामिल हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि शुक्रवार से प्रदेश के 75 ऐतिहासिक धरोहरों पर प्रतियोगिताएं, 33 स्मारकों और 42 टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स में स्वच्छता अभियान शुरू होगा। आगे चलकर कार्यशालाओं और विरासत भ्रमण के जरिए युवाओं और आमजन को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का उद्देश्य केवल स्मारकों का जीर्णोद्धार करना ही नहीं बल्कि उन्हें विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधाओं से युक्त बनाना है। इससे प्रदेश सांस्कृतिक और पर्यटक–मैत्री राज्य के रूप में स्थापित होगा। इस अवसर पर पूर्व मंत्री व नारनौल विधायक ओम प्रकाश यादव, महेंद्रगढ़ विधायक कंवर सिंह, विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, उपनिदेशक डॉ. बनानी भट्टाचार्य सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।


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