जल संरक्षण और सिंचाई दक्षता बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार के मेगा प्रोजेक्ट्स पर तेज़ी से काम

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार प्रदेश में जल संरक्षण और सिंचाई प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स पर युद्धस्तर पर काम कर रही है। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा दादूपुर से हमीदा हेड तक नई समानांतर लाइन चैनल और पश्चिमी यमुना नहर (डब्ल्यूजेसी) के आधुनिकीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है और यह परियोजना अब तक 80 प्रतिशत से अधिक पूरी हो चुकी है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य गैर-मानसून अवधि के दौरान हथिनीकुंड बैराज से होने वाले रिसाव को कम करना है। अधिकारियों का कहना है कि इससे न केवल जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि सिंचाई की दक्षता भी कई गुना बेहतर होगी। किसानों को खेतों तक पानी की आपूर्ति समय पर और पर्याप्त मात्रा में मिल सकेगी। इसके साथ ही डब्ल्यूजेसी ब्रांच की 75.25 किलोमीटर लंबी ऑग्मेंटेशन नहर का पुनर्निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य पर लगभग 383 करोड़ रुपये की लागत आएगी। नहर के पुनर्निर्माण से बड़े पैमाने पर पानी की बचत होगी और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से सिंचाई व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इन परियोजनाओं से जल संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा और हरियाणा कृषि उत्पादन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकेगा। सरकार का दावा है कि इन प्रयासों से राज्य में जल संकट की समस्या काफी हद तक कम होगी और भविष्य के लिए सतत जल प्रबंधन की मजबूत नींव रखी जाएगी।
संबंधित आलेख:
