उत्तराखण्डः मुखिया विहीन हुआ उत्तराखंड परिवहन निगम का लोहाघाट डीपो! लंबे समय से एजीएम का पद खाली, धोखा दे रही पुरानी बसें

चंपावत। उत्तराखंड परिवहन निगम के सबसे पुराने डिपो में से एक लोहाघाट डिपो आजकल बदहाली के दौर से गुजर रहा है। बुधवार को परिवहन निगम के राजेंद्र फर्त्याल व अन्य रोडवेज कर्मियों ने बताया कि डीपो में लंबे समय से सहायक महाप्रबंधक व फोरमैन का पद खाली चल रहा है। डीपो में खराब व समय पूरा कर चुकी बसों का मजबूरी में संचालन करना पड़ रहा है जो आए दिन रास्ते में खराब हो जाती है। सहायक महाप्रबंधक व फोरमैन के न होने से कर्मियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तथा डीपो के रख रखाव में भी काफी दिक्कतें आ रही है, जिसका असर डीपो की आय में भी पड़ रहा है। वर्कशॉप में भी कर्मचारियों की भारी कमी बनी हुई है, जिस कारण बसों की मरम्मत समय पर नहीं हो पा रही है। रोडवेज कर्मियों ने निगम व सरकार से जल्द डीपो को नई बसें देने व सहायक महाप्रबंधक तथा फोरमैन के रिक्त पदों को भरने की मांग की है। उन्होंने कहा अगर जल्दी डीपो को नई बसें नहीं दी जाती हैं तो डिपो की हालत बहुत खराब हो जाएगी तथा पुरानी बसों से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मालूम हो कि लोहाघाट पर्वतीय जिलों में सबसे अधिक आय देने वाला डिपो है, जो इस समय बदहाली के दौर से गुजर रहा है। डीपो कर्मी लंबे समय से सरकार से नई बसों की मांग कर रहे हैं पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है।