मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया फतेहाबाद के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, किसानों को उचित मुआवजे का दिया आश्वासन

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को फतेहाबाद जिले के बलियाला हेड, कूदनी हेड, चांदपुरा साइफन और आसपास के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने मौके पर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय किसानों व ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार किसानों और प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है और किसी को भी नुकसान की भरपाई से वंचित नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी वर्षा के चलते निचले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई है, जिससे फसलों और मकानों को नुकसान हुआ है। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि जिन घरों को नुकसान पहुंचा है, उनकी सूची तुरंत तैयार कर प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाबा साहेब अंबेडकर आवास योजना के तहत पहले ही 78.50 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं और पात्र परिवारों को आवेदन करने पर तुरंत राहत राशि प्रदान की जाएगी।
फसलों के नुकसान को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। किसान अपनी खराब फसल का विवरण इस पर दर्ज कर सकते हैं। अब तक प्रदेश में लगभग 1.70 लाख एकड़ फसल का पंजीकरण किया जा चुका है। शीघ्र ही किसानों को मुआवजा राशि वितरित कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि हाल ही में राज्य सरकार ने 88.50 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति राशि भी किसानों को प्रदान की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के सहयोग का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं और हरसंभव सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार अब तक पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए 80 से अधिक राहत सामग्री से भरे ट्रक भेज चुकी है। रविवार को भी 25 ट्रक रवाना किए गए, जिनमें 15 पंजाब और 10 हिमाचल के लिए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पिछले साढ़े 10 वर्षों में हरियाणा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए 2314 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। वहीं, अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत 416 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थायी समाधान की दिशा में काम कर रही है ताकि भविष्य में जलभराव की समस्या से लोगों को राहत मिल सके। मुख्यमंत्री सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जलनिकासी कार्यों में तेजी लाई जाए और लगातार जलस्तर पर निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक को परेशानी नहीं होनी चाहिए और आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जानी चाहिए। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों की भी सराहना की जो गांव-गांव जाकर जनता से मिल रहे हैं और उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के समय धैर्य और सहयोग आवश्यक है और सामूहिक प्रयासों से ही इस चुनौती का सामना किया जा सकता है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व विधायक दुडा राम, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, उपायुक्त मनदीप कौर, पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन, एसडीएम आकाश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।