उत्तराखण्डः जंगली जानवरों के बढ़ते खतरे पर सीएम धामी का सख्त निर्देश! स्कूल जाने वाले बच्चों को अब वन विभाग देगा सुरक्षा एस्कॉर्ट, हटाए गए डीएफओ
देहरादून। प्रदेश में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आज गुरूवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में वन विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान पौड़ी में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं के चलते डीएफओ को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये गए। सीएम धामी ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में जंगली जानवरों का अधिक भय है, ऐसे क्षेत्रों में स्कूली बच्चों को स्कूल तक छोड़ने और घर तक लाने के लिए वन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा एस्कॉर्ट की व्यवस्था की जाए। मानव-वन्यजीव संघर्ष में किसी परिवार से कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उनके परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े, ऐसी स्थिति से निपटने के लिए वन विभाग प्रभावित परिवार की आजीविका को सहायता देने के लिए दो सप्ताह के अंदर नीति बनाकर प्रस्तुत करें। सीएम धामी ने कहा जनपदों में मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए जिन भी उपकरणों की आवश्यकता है, उन्हें जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाए। कहा कि सरकार की पहली जिम्मेदारी वन्यजीवों से लोगों के जीवन को बचाना है। इसके लिए नई तकनीक के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दिया जाए। जंगली जानवर आबादी क्षेत्रों में न आये, इसके लिए स्थाई समाधान पर विशेष ध्यान दिया जाए। वन्यजीवों की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में कैमरों के जरिए लगातार नजर बनाये रखें। वन कर्मी लगातार निगरानी रखें। साथ ही ग्रामीणों के साथ अपना संवाद मजबूत रखें।