उत्तराखण्डः टनकपुर में बड़ा हादसा! निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक में उतरे साइट इंजीनियर और कारपेंटर की जहरीली गैस लगने से मौत! परिजनों में मचा कोहराम

चंपावत। टनकपुर में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक में घुसे साइट इंजीनियर और कारपेंटर की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उक्त दोनों लोग सेप्टिक टैंक की शटरिंग तोड़ने के बाद दूसरे चेंबर में घुसे थे, जहां पर गैस लगने से दोनों मूर्छित हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने युवकों को सेफ्टी टैंक से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। साइट इंजीनियर अल्मोड़ा जिले और कारपेंटर यूपी के निवासी थे। जानकारी के अनुसार टनकपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण का कार्य रामपुर की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। रविवार को कंपनी के साइट इंजीनियर शिवराज चौहान और कारपेंटर हसन सेफ्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के उपरांत दूसरे टैंक में उतरे थे। वहां पर साइट इंजीनियर 28 वर्षीय शिवराज चौहान और कारपेंटर हसन सेफ्टिक टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए। बहुत देर तक उनके बाहर ना निकलने पर साथी कर्मियों ने टैंक में देखा, तो दोनों वहां पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे। ये देखकर साथी कर्मचारियों के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना टनकपुर कोतवाली पुलिस को दी। कोतवाल चेतन रावत के नेतृत्व में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों को टैंक से निकाल कर टनकपुर के उप जिला चिकित्सालय में पहुंचाया। चिकित्सक मानवेंद्र शुक्ला ने जांच उपरांत दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मृतकों के परिजन शोक में डूबे हुए हैं। साइट इंजीनियर शिवराज चौहान तीन बहनों के इकलौते भाई थे और वो अविवाहित थे। कारपेंटर हसन भी तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका भी विवाह नहीं हुआ था।