चुनाव आयोग की धज्जियां उड़ाते हुए यहाँ वोटरों को प्रत्याशी ने दिए सोने के सिक्के,वोटरों के पैरों तले खिसक गई जमीन,सिक्के निकले नकली।

यूं तो निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चुनाव प्रचार में पैसे इत्यादि बांटना अपराध है लेकिन चुनावों में वोटरों को लुभाने के लिए पैसे ही नही शराब,कपड़े,सोना चांदी,ऐसी तमाम चीजे इस बार खूब बांटी गई। वोटरों को दिए गए इन चुनावी प्रलोभन का पर्दाफाश तब हुआ जब वोटरों को प्रत्याशी द्वारा दिये गए सोने के सिक्के नकली निकले। जी हां निर्वाचन आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए तमिलनाडु के अंबुर में निर्दलीय प्रत्याशी मणि मेगलाई दुरई पंडी ने पार्षद पद के लिए 36 नम्बर वार्ड से चुनाव लड़ा और 18 फरवरी की रात अपने पति के साथ वोटरों को लुभाने के लिए खूब प्रचार भी किया इस दौरान वोटरों को उन्होंने छोटे बॉक्स में सोने का सिक्का उपहार स्वरूप दिया और मतगणना तक उसे न खोलने का अनुरोध भी किया,और बहाना लगाया कि अगर मतगणना से पहले ये बॉक्स खोला तो चुनाव आयोग को पता चल जायेगा और वो इसे जब्त करने साथ उनका नामांकन भी रद्द कर देंगे।
वोटरों ने इस प्रत्याशी की बात भी मानी लेकिन कुछ वोटरों ने बॉक्स खोल लिया और उनमें से एक वोटर ने ज़रूरत पड़ने पर बॉक्स में रखे सोने के सिक्के को गिरवी रखने की कोशिश की,लेकिन उनके पैरों तले जमीन खिसक गई जब सुनार ने बताया कि ये सिक्के तांबे के है इन पर सिर्फ सोने की कोटिंग की गई है। वोटरों ने ये दावा किया कि इस प्रत्याशी ने उनके साथ छल किया और धोखा देते हुए उन्हें सोने का प्रलोभन देकर तांबे के सिक्के पकड़ा दिए। वही निर्दलीय प्रत्याशी मणि मगलाई ने वोटरों को कहा कि उसने अपना घर 20 लाख में गिरवी रखकर सोने के सिक्के खरीदे है,और इन सिक्कों को वोटरों को देकर वोट के लिए भीख मांगी है। वोटरों का कहना है हमने उस पर दया की और वोट दिया लेकिन अब पछतावा हो रहा है,हालांकि इस मामले में अब तक किसी ने भी कोई पुलिस शिकायत नही की है।