बागेश्वरः सेलकुना व बगोटिया गांव में आजतक नहीं पहुंची सड़क! डोली के सहारे अस्पताल पहुंचते हैं मरीज, सुध लेने वाला कोई नहीं

बागेश्वर। जनपद के सेलकुना गांव के लोग सड़क नहीं बनने से परेशान हैं। यहां से बीमार व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। सेलकुना गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो सबसे पहले गांव वालों को इकट्ठा कर डोली या कुर्सी में बांधकर चार किलोमीटर पहाड़ चढ़, टूटे-फूटे रास्तों से सड़क तक पहुंचते हैं। कभी-कभी बीमार की स्थिति ज्यादा ख़राब होने पर वह रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। सेलकुना की एक महिला आनंदी देवी पत्नी हिरा बल्लभ का स्वास्थ्य अचानक ख़राब होने पर ग्रामीण चार किमी डोली में रख कर उबड़-खाबड़ रास्ते से सड़क तक पहुचे। ग्रामीणों ने बताया की ऐसे ही आये दिन वे अपने जरुरी काम छोड़ बीमार व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने जाते हैं। यहां के ग्राम प्रधान विक्रम बिष्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कई साल पहले सड़क बनाने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक सड़क का नाम तक नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि यह ग्रामीणों के साथ धोखा है और वह इस जंग में गांव के साथ मजबूती से खड़े हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आज भी सड़क न होने के कारण बीमारों को डोली में ढोना पड़ता है, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों की जान खतरे में रहती है।