बिहारः विधानसभा का मानसून सत्र! ‘बाप’ से ‘बंदर’ तक आई बात, सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव के बीच हुई बहस

पटना। बिहार में विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। इस दौरान सत्र में खासा हंगामा देखने को मिल रहा है। आज गुरुवार को सत्र के चौथे दिन नए सिरे से बवाल हो गया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी को उनके पिता लालू यादव को लेकर ऐसी टिप्पणी कर दी, जिस पर राजद समेत पूरा महागठबंधन भड़क गया। राजद और बीजेपी विधायकों के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान बवाल को रोकने के लिए मार्शल्स को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल तेजस्वी यादव ने सदन को संबिधित करते हुए कहा कि नीति आयोग की बैठक में हर राज्य के मुख्यमंत्री पहुंचे, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री नहीं गए। इन्वेस्टर मीट होता है लेकिन मुख्यमंत्री नहीं जाते हैं, नीतीश जी को पूरी तरह से हाईजैक कर रखा है, इनको कोई काम नहीं करने दिया जाता। कोई एक चीज बता दीजिए जिसमें बिहार नंबर वन है। बिहार में अंधाधुंध गोलियां चलाई जा रही है, लॉ एंड ऑर्डर का क्रिमिनल डिसऑर्डर हो चुका है। इस सरकार के पास ना कोई विजन है, ना कोई रोड मैप है। यह सरकार नकलची सरकार बनकर रह गई है। 2020 में सबसे पहले हमने कहा था कि 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देंगे, उस समय नीतीश जी कहते थे अपने बाप के पास से पैसा लाएगा, असंभव है।
इसके बाद तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में पेपर लीक हुआ है, जबकि सम्राट चौधरी ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि ऐसा कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। तेजस्वी अपनी बात कह रहे थे लेकिन जैसे ही उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सवाल उठाए, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी तमतमा गए और लालू यादव को लेकर टिप्पणी कर दी। बीच में उठकर सम्राट चौधरी ने कहा कि जिसका बाप अपराधी हो वो कौन होता है बोलने वाला, जो लुटेरा हो वह क्या बोलेगा। सदन में सम्राट चौधरी की बातों के बीच में खड़े होकर तेजस्वी कहने लगे कि झूठ बोलो जितना मन करे उतना झूठ बोलो। तेजस्वी को बोलते हुए देख सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री अशोक चौधरी खड़े होकर तेजस्वी की बातों का जवाब देने लगे। तेजस्वी ने कहा कि अरे बैठिए... बैठ जाइए... इस दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हुई। वहीं तभी तेजस्वी ने कहा कि अरे बैठिए काहे बंदर के जैसे कूदने लगते हैं जिसके बाद सदन में भारी बवाल देखने को मिला। दोनों नेताओं के बीच नोंकझोंक बढ़ गई और राजद-बीजेपी के विधायकों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई।