जानिये पामेला चोपड़ा ने क्या कहा था अपने आखिरी इंटरव्यू में, बेटे आदित्य चोपड़ा ने बनाई थी ये ‘द रोमैंटिक्स’ नाम की डॉक्यूमेंट्री
मुंबई: यश राज फिल्म्स की विरासत पर आदित्य चोपड़ा ने बेहद शानदार डॉक्यूमेंट्री बनाई है ‘द रोमैंटिक्स’. इस सीरीज में यश चोपड़ा की पत्नी पामेला चोपड़ा का भी इंटरव्यू शामिल है, जो उनका आखिरी इंटरव्यू बन गया. पामेला चोपड़ा का आज 74 साल की उम्र में निधन हो गया. पामेला ने ‘द रोमांटिक्स’ में यश चोपड़ा के संघर्ष, मुश्किल वक्त में उनके साथ खड़े रहने और उनकी लाइफ के बारे में कई कहानियां बताई हैं.
अपने अखिरी इंटव्यू में पामेला ने बताया कि पहली बार 1970 में यश चोपड़ा से उनकी मुलाकात हुई थी. यश जी किसी काम से दिल्ली आए थे उनका द फिल्म इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के लिए एक इंटव्यू था. अगले दिन उनकी मुंबई के लिए फ्लाइट थी, लेकिन फ्लाइट किसी वजह से कैंसिल हो गई. इसके बाद पामेला की एक दोस्त थी जो यश जी को भी जानती थी. उसने पामेला को डिनर के लिए बुलाया था. यश चोपड़ा ने पामेला से यहीं शादी के लिए बात की, लेकिन पामेला ने मना कर दिया और बोलीं घर वालों से बात करें.
पामेला सिर्फ कॉटन की साड़ी में मिलने पहुंची थीं, बिना मेकअप और बिना कुछ खास हेयर स्टाइल के लेकिन यश चोपड़ा अपने दिमाग में बिल्कुल क्लियर थे. अगर ही दिन उनकी बहने और परिवार के लोग दिल्ली पहुंच गए और शादी की बात आगे बढ़ गई.
पामेला ने बताया कि शादी के बाद वो मुंबई में यश चोपड़ा का भाई बीआर चोपड़ा के घर में रह रहीं थीं. लेकिन फिर अचानक यश चोपड़ा ने घर छोड़ने का मन बना लिया था. उन्होंने बीआर चोपड़ा कैंप छोड़कर अपना काम शुरू कर दिया. हालांकि यश चोपड़ा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन पत्नी पामेला उनके साथ हमेशा खड़ी रहीं. उन्होंने कहा तुम अपने दिल की बात सुनो क्या महूसस कर रहे हो.
यश चोपड़ा ने उनसे पूछा था क्या मैने सही कदम उठाया है तो पामेला ने कहा जब यश चोपड़ा की पहली फिल्म ‘दाग’ रिलीज होने वाली थी तो कई रातों तक वो चैन से सोए नहीं थे. यश की पहली फिल्म हिट रही, लेकिन उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि उनकी पहली फिल्म हिट हो गई.
पामेला ने आगे कहा कि ‘यश शायद दुनिया के सबसे विनम्र व्यक्ति थे. जब भी उन्हें कोई पुरस्कार या सम्मान मिलता तो सबसे पहले वह मुझसे कहते थे, ‘क्या तुम्हें सच में लगता है कि मैं इसके लायक हूं?
पामेला बताती हैं कि कैसे उन्होंने यश चोपड़ा की फिल्मों के लिए संगीत सभाओं में भाग लिया। “संगीत मेरा जुनून है। यश यह जानता था और वह मुझे संगीत की बैठकों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेगा। धीरे-धीरे, मैं उस समूह का हिस्सा बन गया”।
पामेला ने बताया कि ‘यश जी ये जानते थे कि मेरी संगीत में रुचि है. इसके लिए यश जी हमेशा मुझे बड़े-बड़े संगीत समारोह में ले जाया करते थे. धीरे-धीरे मैं उसका हिस्सा बनती गई. फिल्मों में पंजाबी संगीत को लाने का विचार भी मेरा ही थी. यश जी हमेशा मुझसे पूछते थे, कि फिल्म में महिला का दृष्टिकोण क्या है?’
पामेला ने यश चोपड़ा की फिल्मों में शानदार गीत गाए हैं. चांदनी में गाया हुआ उनका गाना मैं ससुराल नहीं जाउंगी, चले आओ संय्या, सिलसिला का गान खुद से जो वादा किया था और मेरी बन्नो का आएगी बरात उनके यादगार गीतों में शामिल हैं.