हरियाणा में बनेगा ‘राज्य उद्यमिता आयोग’, युवाओं को मिलेगा नया मंच

हिसार। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में ‘विश्व उद्यमिता दिवस’ के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने और हरियाणा को देश का अग्रणी स्टार्टअप हब बनाने के लिए कई अहम घोषणाएँ कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं की ऊर्जा और प्रतिभा को दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में पहला बड़ा कदम उठाते हुए उन्होंने ‘हरियाणा राज्य उद्यमिता आयोग’ की स्थापना की घोषणा की। यह आयोग युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का काम करेगा। उन्होंने बताया कि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सभी स्कूलों और कॉलेजों में स्टार्टअप आइडिया स्लोगन प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। इन प्रतियोगिताओं में जिला और राज्य स्तर पर विजेताओं को कुल मिलाकर 1 करोड़ रुपये तक की पुरस्कार राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य युवाओं को छोटे स्तर से ही बड़े सपनों के लिए प्रेरित करना है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि स्टार्टअप्स से विकसित होने वाले विचारों को सरकार की स्टार्टअप नीति के तहत माइक्रोफाइनेंस सहायता मिलेगी, ताकि किसी भी युवा का सपना सिर्फ संसाधनों की कमी के कारण अधूरा न रह जाए। उन्होंने यह भी घोषणा की कि ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को प्रोत्साहित करने के लिए “स्वदेशी मेले” आयोजित किए जाएँगे, जिनमें ज़िला प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा। इन मेलों का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और युवाओं को स्वरोज़गार के नए अवसर उपलब्ध कराना होगा। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को भी प्रोत्साहित करते हुए कहा कि राज्य सरकार निजी निवेशकों को “फंड ऑफ फंड” बनाने के लिए प्रेरित कर रही है। यह फंड स्थानीय स्टार्टअप्स में निवेश करेगा और हरियाणा को नवाचार और उद्यमिता का प्रमुख केंद्र बनाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में हरियाणा को देश का नंबर एक स्टार्टअप हब बनाने का लक्ष्य जल्द पूरा किया जाएगा। इसके तहत सरकार का उद्देश्य राज्य में वर्तमान स्टार्टअप्स की संख्या को तीन गुना बढ़ाना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के एबीआईसी, हिसार से जुड़े 22 स्टार्टअप्स को 1 करोड़ 14 लाख 30 हजार रुपये से अधिक की अनुदान राशि के चेक भी वितरित किए। यह कदम न केवल इन स्टार्टअप्स को मजबूती देगा, बल्कि अन्य युवाओं को भी उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज की दुनिया विचारों और नवाचार पर आधारित है। यदि युवाओं को सही मंच और संसाधन दिए जाएँ तो वे न सिर्फ खुद को स्थापित कर सकते हैं, बल्कि प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था में भी अहम योगदान दे सकते