बधाई दीजिये!NDA:भारत के पहले महिला बैच के एंट्रेंस एग्जाम में शनन ढाका ने किया टॉप,कुछ ही महीनों की तैयारी में शनन ने हासिल की पहली रैंक

भारत मे पहली बार एनडीए बैच में सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद महिला बैच बना जिसकी परीक्षा में रोहतक के छोटे से गांव सुडाना की 19 वर्षीय शनन ढाका ने देश मे पहली रैंक हासिल कर ये साबित कर दिया कि म्हारी छोरी लड़को से कम है के?
शनन ने सिर्फ हरियाणा का मान बढ़ाया बल्कि पूरे देश का नाम रौशन किया है साथ ही महिला सशक्तिकरण का भी एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। शनन ने पहले महिला बैच की एंट्रेंस परीक्षा में टॉप कर ओवर ऑल दसवीं रैंक प्राप्त की है।
शनन की पढ़ाई आर्मी स्कूल में हुई है. शनन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज में स्नातक कोर्स में एडमिशन लिया था. शनन ने बताया कि या तो उन्हें सिविल सेवा या फिर रक्षा सेवाओं में शामिल होना था. ऐसे में जब पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जब उन्हें मौका मिला तो एनडीए के लिए आवेदन कर दिया.
शनन का कहना है कि सेना में काम करना नौकरी नहीं, बल्कि सेवा है. पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि एक बार स्कूल में एनडीए मॉक टेस्ट में लड़कियां बैठना चाहती थीं, लेकिन इसकी अनुमति नहीं थी क्योंकि यह केवल लड़कों के लिए था. अब जब वो दिन याद आता है तो अच्छा लगता है.
ढाका ने कक्षा 12 में 98.2 प्रतिशत और कक्षा 10 में 97.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे. दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन में बीए की डिग्री हासिल करने के दौरान शनन ने सेना में जाने का फैसला कर लिया था. उसका कारण उनका फैमिली बैकग्राउंड है. शनन के दादा चंद्रभान ढाका सेना में सूबेदार थे. पिता विजय कुमार ढाका ने भी भारतीय सेना में नायक सूबेदार के पद पर रहकर देश सेवा की.
शनन तीन बहनें हैं. उनसे बड़ी एक बहन जोनून ढाका मिलिट्री में नर्सिंग अफसर के पद पर तैनात हैं। उनकी ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है. वहीं शनन से छोटी बहन अशी ढाका अभी 5वीं कक्षा में पढ़ रही हैं. उनके पिता विजय कुमार आर्मी से रिटायर हो चुके हैं.