अयोध्याः भगवान श्री रामलला का 76 वां प्राकट्य महोत्सव कल से होगा शुरू! साधु-संत करेंगे शिरकत, 2 जनवरी को निकलेगी शोभायात्रा
अयोध्या। धार्मिक नगरी अयोध्या में पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी श्री राम जन्मभूमि सेवा समिति द्वारा 31 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री रामलला का 76 वां प्राकट्य महोत्सव मनाया जाएगा। जिसकी जानकारी समिति के अध्यक्ष महन्त डॉ. रामविलास दास वेदांती और सभापति महंत धर्मदास ने दी।उन्होंने कहा कि पौष तृतीया शुक्लपक्ष 22-23 दिसंबर 1949 को श्री रामलला विराजमान सरकार का प्राकट्य श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ के रूप में हुआ था, जिसे समिति 1949 से हर वर्ष धूमधाम से मनाती आ रही है।उन्होंने कहा कि आयोजन में प्रथम दिन 31 दिसंबर 24 कलश स्थापना, श्री रामाभिषेक, श्री हनुमताभिषेक, श्री रामायण का पाठ, श्रीरामचरितमानस पाठ, वेद संहिताओं का पाठ, हवन इत्यादि पूजन होना सुनिश्चित हैं। यह कार्यक्रम श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान भगवान श्रीरामलला जी के सम्मुख गर्भगृह में सम्पन्न होता है। 2 जनवरी 25 को विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है जो विगत प्रत्येक वर्षों की भांति श्रीराम जन्मभूमि मंदिर सम्पर्क मार्ग संख्या 03 से अपराहन 2 बजे से प्रारम्भ होकर रामकोट की परिक्रमा अपने पूर्व नियमित मार्गों से होकर अपने आयोजन स्थल पर पहुंच कर सम्पन्न होगी। दरअसल इस आयोजन में अयोध्या समेत देश एवं प्रदेश के विभिन्न पूज्यनीय संत जनों और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं प्रदेश व जनपद के विभिन्न गणमान्य जन-प्रतिनिधियों, समाजिक संगठनों से जुड़े व्यक्तियों को सादर आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों द्वारा विभिन्न माध्यम से अयोध्या नगर क्षेत्र से लेकर सुदूर ग्रामीण अंचल तक लोगों को इस आयोजन से जोड़ने के लिए जन अभियान चलाकर निमंत्रण पत्र बांटा जा रहा है। बता दें कि लगभग 500 वर्षों के सुदीर्घ संघर्ष व 150 वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद इस सुखद परिणति तक पहुंचने का अपना इतिहास है। इस महायात्रा का सबसे महत्वपूर्ण प्रसंग 1949 में 22/23 दिसंबर की रात घटित हुआ, जब श्रीराम जन्मभूमि परिसर में श्रीरामलला प्रकट हुए। श्रीरामलला का यह प्राकट्य राममंदिर आंदोलन का अहम पड़ाव रहा। इस प्रेस वार्ता में अच्युत शंकर शुक्ल महामंत्री/संयोजक, महन्त जयराम दास, वेदांती संयुक्त मंत्री मौजूद रहे।